कबीर जीवन और दर्शन

Rs.975.00

9789387261136
HB
Academic Publication
जे. पी. शर्मा
23/36/16
2017

Description

कबीर या भगत कबीर 15 वीं सदी के भारतीय रहस्यवादी कवि और संत थे | वे हिंदी साहित्य के भक्ति कालीन युग में ज्ञानश्रयी- निर्गुण शाखा की काव्य धारा के प्रवर्तक थे | इनकी रचनाओं ने हिंदी प्रदेश के भक्ति आंदोलन को गहरे स्तर तक प्रभावित किया | उनके लेखक सिक्कों के आदि ग्रंथ में भी मिला जा सकता है | वे हिंदू धर्म के इस्लाम के आलोचक थे | उन्होंने यज्ञोपवित और खतना को बेमतलब करार दिया और इन जैसी धार्मिक प्रथाओं की सख्त आलोचना की थी | उनके जीवनकाल के दौरान हिंदू और मुसलमान दोनों ने उन्हें अपने विचार के लिए धमकी दी थी |

About Author

डॉ. जे.पी. शर्मा , एम.ए. (राजनीति शास्त्र)पी.एचडी., वर्तमान में सहायक प्रोफेसर के पद पर पिछले 15 वर्षों से अध्यापन कार्य कर रहे हैं | इसके अतिरिक्त इन्होंने कई वर्ष अथिति अध्यापक के रूप में विभिन्न विद्यालयों में कार्य किया है | इन्होंने अनेक समिनार एवं सम्मेलन में भाग लिया है | अब तक करीब 30 लेख विभिन्न स्थानीय पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं |

Table of Content

  1. कबीरदास का परिचय
  2. कबीर का समकालीन समाज
  3. साहित्यक परिचय
  4. कबीर की भाषा
  5. कबीर की भक्ति के सामाजिक संदर्भ
  6. कबीरदास मूर्ति पूजा के विरोधी थे
  7. कबीर का व्यक्तित्व
  8. कबीर का जीवन दर्शन
  9. कबीर के राम
  10. कबीर के प्रमुख दोहे
  11. ग्रंथावली
  12. कबीर के बीजक
  13. कबीर की साखी
  14. सबद
  15. कबीर-हजारी प्रसाद द्विवेदी
  16. कबीर की परिचई
  17. रचनाएं
  18. कबीर के भजन 
  19. अंगिका रचनाएं 
  20.  उलटबांसी संझा भाखा निरगुन 
  21. कुछ रचनाएं 
  22.  दहेज मिले अविनासी