भारत की विदेश नीति

Rs.895.00

9789383931538
HB
Academic Publication
सुभरमनयम्
23/36/16
264
2016

Description

किसी देश की विदेश नीति जिससे विदेशी संबंधों की नीति भी कहा जाता है , अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने के लिए और अंतरराष्ट्रीय संबंधों के वातावरण में अपने लक्यों को प्राप्त करने के लिए राज्य द्वारा चुने गई स्व हितकारी रणनीतियों का समूह होती है | किसी देश की विदेश नीति दूसरे देशों के साथ आर्थिक, राजनैतिक , सामाजिक तथा सैनिक विषयों पर पालन की जाने वाले नीतियों का एक समुच्चय है | वैश्वीकरण और अंतरराष्ट्रीय गतिविधियों में बढ़ते गहन स्तर की वजह से अब राज्यों को गैर- राज्य अभिनेताओं के साथ भी सहभागिता करनी पड़ेगी |

About Author

एमिरेटस, डॉ. एन. सुभरमनयम् जोकि एक प्रसिद्ध राजनीतिक वैज्ञानिक है | शैक्षणिक करियर अति उत्कृष्ट है | इन्होंने एम. ए., पी.एच.डी. तथा एल.एल.बी . की शिक्षा प्राप्त की हुई है | तथा साल ही यह विभिन्न विदेशी विश्वविद्यालयों में अतिथि प्राध्यापक भी है | डॉ.एन. सुभरमनयम् विभिन्न प्रकार की शिक्षा , प्रशासन तथा अनुसंसाधनों से भी जुड़े हुए हैं |

Table of Content

  1. विदेश नीति
  2. भारत की विदेश नीति तथा नीति निर्धारक तत्व
  3. विदेश नीति और राष्ट्रीय हित
  4. भारत और गुटनिरपेक्षता का सिद्धांत
  5. भारत और पंचशील का सिद्धांत
  6. भारत की विदेश नीति की आज की चुनौतियां
  7. भारत का विदेश मंत्रालय
  8. भारत के वैदेशिक संबंध
  9. बहुपक्षीय आर्थिक संबंध
  10. वैश्वीकरण और भारत
  11. विदेशी व्यापार नीति
  12. विश्व व्यापार संगठन
  13. एशियाई विकास बैंक
  14. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष व अफ्रीकी की विकास बैंक
  15. राजनियक दूत व अंतर्राष्ट्रीय व्यापार