डॉ. अमानुल्लाह खाँ पिछले दो दशकों से लेखन कार्य से जुड़े हुए है |विभिन्न विषयों पर लेखन के साथ-साथ प्रसाद के कथा साहित्य पर भी गहनता के साथ लिखकर अपने रचना कौशल एवं अनुसंधात्मक निपुणता पूर्णता का परिचय इस पुस्तक द्वारा प्राप्त होता है | किसी भी साहित्यकार की विचारधारा को सूक्ष्मता के साथ आत्मसात करके उसके पाठकों के सम्मुख करना तथा उसका विश्लेषण करना पर्याप्त जटिल कार्य है
अमन उल्लाह खाँ
जन्म : 12 जून 1965 को उत्तर प्रदेश के जनपद एटा शहर में |
शिक्षा : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़ से हिंदी साहित्य में एम.ए. तथा आगरा विश्वविद्यालय, आगरा से एम.ए. अर्थशास्त्र, एम.कॉम तथा हिंदी साहित्य में पी.एच.डी.| पिछले दो दशक से डॉ. अमानुल्लाह खाँ लेखक के कार्य में सक्रिय हैं | अनेक विषयों पर लेख तथा पुस्तके लिखकर साहित्य की साधना में कार्यरत है | राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठीयोंमें भाग ले चुके हैं | हिंदी साहित्य में अनुसंधात्मक लेखन के अतिरिक्त हास्य व्यंग लेखन तथा रंगमंच गतिविधियों में लिप्त है | संप्रति : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़ में सेवारत |