भारत में आपदा प्रबंधन

Rs.895.00

9788192155029
HB
Academic Publication
निरंजन वर्मा
23/36/16
2013

Description

हमारे देश एवं विश्व स्तर पर विभिन्न प्रकार की प्राकृतिक आपदाएं आती रहती हैं | इन आपदाओं से भारी जन-धन की हानि होती है | कुछ समय बिना व्यवस्था एवं सरकारी बचाव के कारण भी जन-धन की हानि होती है | प्रस्तुत पुस्तक में पंचायती राज द्वारा प्राकृतिक आपदाओं का किस प्रकार प्रबंध किया जा सकता है एवं इस संबंध में सरकार ने क्या-क्या कदम उठाए हैं, आदि का विस्तृत रूप से वर्णन किया गया है |

About Author

डॉ. निरंजन वर्मा, जन्म 1975, जिन्होंने भूगोल में एम.ए. (भूगोल) में एम. ए. भूगोल एवं पीएचडी की डिग्री रांची विश्वविद्यालय के अंतर्गत जी. एन. सिन्हा महाविद्यालय करिंगा में भूगोल के सहायक प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं | इस क्षेत्र में इनका नाम काफी विख्यात है | इन्होंने करीब- करीब 15 पुस्तकों का संपादन कार्य भी किया हैं समय-समय पर सामाजिक समस्याओं एवं आपदा प्रबंधन संबंधी इनके लेख भी प्रकाशित होते रहते हैं |

Table of Content

  1. ज्वालामुखी: प्राकृतिक, क्रिया एवं प्रकार
  2. महाप्रलयकारी आपदा के रूप में बाढ़ तथा सूखा एवं अकाल
  3. तड़ित झंझा एवं तूफान
  4. महाविनाशक भूकंप: भविष्यवाणी एवं कारण
  5. मरुस्थलीकरण कारण एवं नियंत्रण के उपाय
  6. विश्वव्यापी पर्यावरणीय आपदाएं
  7. भूस्खलन : कारण, प्रकार एवं रोकथाम
  8. प्राकृतिक आपदाएं एवं इस प्रकार नियंत्रण
  9. आपदा प्रबंधन तथा नगरीय सरकार में पंचायती राज
  10. सुनामी से प्रभावित क्षेत्रों में ग्राम पंचायत
  11. पर्यावरण के संरक्षण संबंधी अधिनियम: कार्य, सीमा
  12. पर्यावरण समस्याओं के निदान एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रयत्न
  13. बाढ़ एवं सूखा नियंत्रण करने के लिए अंतरराष्ट्रीय जल सहयोग
  14. संदर्भ ग्रंथ- सूची